नमस्कार जी
हम जब कभी भी बाते करते है,तो एक वाक्य का ज्यादा प्रयोग करते है......... ''आप ही बताये "तो आज मै भी कुछ एसा ही लिख रही हु
आप ही बताइए
बहुत से किशोरों को शिकायत रहती है क़ि गर्मियों क़ी छुट्टियों में उन के पास करने को कुछ नहीं होता .क्या कोई बता सकता हैं कि एसे में रातों को देर तक घर से बहार रह कर वे क्या किया करते हैं ?
घर में बिजली के पॉइंट चाहे कितने ही क्यों न बने हों ,परक्या कोई बता सकता हैं कि बिजली लेने के लिए आगे बढते ही घर के फर्नीचर आड़े क्यों आ जाते हैं ?
वास्तविक जीवन यदि चालीस बरस पर शुरू होता हैं तो क्या कोई बता सकता हैं कि ३९ बरस कि उम्र पूरे होने पर भला किस चीज का अंत होता हैं ?
हवाई द्वीप का मौसम सारा साल एक सा रहता हैं .क्या कोई बता सकता हैं कि वहां पर लोग बातचीत कि शुरुआत कैसें करते होगें ?
........कभी यह भी क्यों नहीं सुनाई देता कि किसी पुरुष ने किसी स्त्री को सुधारने के लिए उस से विवाह किया हों ?
बड़े अच्छे प्रश्न हैं। उत्तर क्या दें? बस आनन्द ले रहे हैं और अपने बिजली के प्लग को देख रहे हैं। हा हा हा हा ।
जवाब देंहटाएंबड़े अच्छे और सवाल है ...अब जवाब भी 'आप ही बताये '!!!
जवाब देंहटाएंअथाह...
उम्दा प्रश्न हैं जबाब भी बता दें ...
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