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पुलकित मन
गुरुवार, 2 सितंबर 2010
किसी से प्यार करना उतना ही आसान है,
जितना क़ि मिट्टी में मिट्टी से मिट्टी लिखना!
पर उस प्यार को निभाना उतना क़ि कठिन है,
जितना क़ि पानी में पानी से पानी लिखना!
1 टिप्पणी:
mai... ratnakar
2 सितंबर 2010 को 9:48 am बजे
सटीक और एकदम सही
कम शब्दों में बहुत बड़ी बात लिखी है
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