कतई नहीं. बेटी होना, बहन होना, माँ होना, पत्नी होना जब गुनाह नहीं तो लड़की होना गुनाह कैसे हो सकता है? क्या पुरुष होना गुनाह है? नहीं. परमात्मा की सबसे खूबसूरत कृति है मनुष्य, और मनुष्य होना सबसे सुखद एहसास, सबसे बड़ा पुण्यों का फल. सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी भी, खुद को, ज़माने को - दुनिया को अपने आने के बाद और ज्यादा बेहतर बनाने की!
कतई नहीं. बेटी होना, बहन होना, माँ होना, पत्नी होना जब गुनाह नहीं तो लड़की होना गुनाह कैसे हो सकता है?
जवाब देंहटाएंक्या पुरुष होना गुनाह है? नहीं.
परमात्मा की सबसे खूबसूरत कृति है मनुष्य, और मनुष्य होना सबसे सुखद एहसास, सबसे बड़ा पुण्यों का फल.
सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी भी, खुद को, ज़माने को - दुनिया को अपने आने के बाद और ज्यादा बेहतर बनाने की!
nhi koi gunah nhi hai.haan magar julma sahana gunah hai
जवाब देंहटाएं